ठंड शुरू होते ही हाइपरटेंशन के मरीज बढ़े, रहें सतर्क

 


खानपान का रखें ध्यान, करें व्यायाम


 


अधिक तेल मसाले वाले भोजन से बचें


 


 बांका, 9 नवंबर


 


तापमान में गिरावट के साथ ही ठंड ने दस्तक दे दी है. इस वजह से लोग बीमारियों की भी चपेट में आने लगे हैं. पिछले कुछ दिनों में हाइपरटेंशन के भी नए मरीज देखे गए हैं. ऐसे मौसम में हाइपरटेंशन से बचने के लिए सावधानी की जरूरत है. ऐसा मौसम में खान-पान का ध्यान रखने  और व्यायाम करने की जरूरत है.


शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि ऐसे मौसम में रक्त की धमनियों में थक्का जमा हो जाता है. इससे रक्त का प्रभाव अवरुद्ध हो जाता है. इस वजह से ब्रेन हेमरेज तथा  लकवा मारने की भी आशंका बढ़ जाती है. दरअसल, आजकल लोग शारीरिक श्रम काम करने लगे हैं. इस वजह से लो मोटापे के शिकार हो रहे हैं. इसके अलावा खानपान में भी परहेज नहीं कर रहे हैं. यही कारण है कि हाइपरटेंशन के मामले ऐसे मौसम में बढ़ रहे हैं.


 


सुबह तेज गति से 45 मिनट तक टहला करें: डॉ सुनील कुमार चौधरी ने बताया हाइपरटेंशन होने की बड़ी वजह में से एक है शारीरिक क्रिया कम होना. अगर शरीर एक्टिव रहे तो इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है. इसके लिए जरूरी है कि आप सुबह 45 मिनट तक तेज गति से टहला करें. अगर सुबह समय नहीं मिले तो किसी भी वक्त समय निकालकर तेज गति से जरूर टहलने की कोशिश करें. इससे ज्यादा भी टहल सकते हैं. यह आपके लिए फायदेमंद रहेगा.


 


खाने में तेल मसाले का कम प्रयोग करें: डॉ सुनील कुमार चौधरी ने बताया एक तो शारीरिक क्रियाकलाप कम हो जाता है. ऊपर से लोग खाने-पीने में भी ध्यान नहीं देते हैं. इस वजह से भी लोग हाइपरटेंशन के शिकार हो रहे हैं. ऐसे मौसम में तेल मसाले युक्त भोजन से परहेज करें. मौसमी फलों और सलाद का अधिक से अधिक सेवन करें. रात में कम खाना खाएं. ऐसा करने से भी हाइपरटेंशन को नियंत्रित किया जा सकता है.


 


 कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल: 


• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.


• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.


• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.


• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके.


• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.


• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.


• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की  दूरी बनाए रखें.


• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.


• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें 


• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों


• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें 


• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें